शख्स की मौत के बाद तीन लोगों को नई जिंदगी मिली और दो को आंखों की रोशनी मिल गई. शख्स की मौत के बाद भी लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं.
रोड एक्सीडेंट में हुए थे घायल
जानकारी के मुताबिक, बीते शुक्रवार की रात दुबग्गा के पास एक सड़क दुर्घटना में 39 वर्षीय विद्युत अभियंता प्रदीप विश्वकर्मा गंभीर रूप से घायल हो गए थे. ये घटना तब हुई जब उनके दोपहिया वाहन में नीलगाय की टक्कर हो गई थी.
इलाज के दौरान हो गई मौत
फिर उनको हरदोई रोड स्थित एक निजी अस्पताल में ले जाया गया और वहां से केजीएमयू रेफर कर दिया गया. वहां पर शनिवार को उनकी मौत हो गई. उनके बड़े भाई हृदय प्रकाश ने कहा कि प्रदीप अक्सर अंगदान के बारे में बात करते थे, इसलिए उन्होंने डॉक्टरों को सूचित किया और अपनी सहमति दे दी.
मौत के बाद तीन लोगों की बचाई गई जान
उन्होंने कहा, 'भाई की मौत से हमारी परिवार काफी सदमे में है, लेकिन हम अपने भाई की मानवता की सेवा करने की इच्छा को पूरा करने के लिए सहमत हुए. हमें विश्वास है कि वह अमर हो गया है.' परिवार की सहमति के बाद, मृतक के अंगों ने तीन लोगों को जीवन दिया. साथ ही उनकी आंखों को दो प्राप्तकर्ताओं को प्रतिरोपित किया जा रहा है.